5 Essential Elements For mahavidya baglamukhi

मम सकल रिपूणां वाञ्मुखे स्तंभयाशु भगवति रिपुजिह्वां कीलय प्रस्थतुल्यां । व्यवसित खलबुद्धिं नाशयाशु प्रगल्भां मम कुरु बहुकार्यं सत् कृपेऽम्ब प्रसीद ।। व्रजतु मम रिपूणां सद्मनि प्रेतसंस्था करधृत गदयातां घातयित्वा शुरोषात् । सधन वसन ध्यानं सद्मतेषां प्रदह्य पुनरपि बगळे त्वं स्वस्थतां याहि शीघ्रम् ।।

Bagalāmukhī is recognized for her magical powers. It is also mentioned that one can get supernatural powers by worshiping Her. Numerous things are spoken about her capacity to ruin enemies. She is usually said to control 5 prāṇa-s in the human body (prāṇa, apāna, vyāna, udāna and samāna). Nevertheless she has been portrayed being a negative goddess, It's also stated that she is capable of bestowing greatest spiritual information and consequent liberation.

देव्यालये पठन् मर्त्यो बगळां ध्यायतीश्वरीं । पीतवस्त्रावृतो यस्तु तस्यनश्यंति शत्रवः ।।

आत्मसाक्षात्कार प्राप्त्यर्थं तांत्रिक सुज्ञाना सिद्ध्यर्थं श्री बगळामुखी महादेवि शीघ्र कटाक्ष सिद्ध्यर्थं अष्टैश्वर्य प्राप्त्यर्थं सर्वाभीष्ट प्राप्ति सिद्ध्यर्थं कष्ट नष्ट दुःख भय शत्रु विनाशनार्थं सर्व पीडा निवरनार्थं परमानंद प्राप्ति सिद्ध्यर्थं श्री बगळामुखी हृदय स्तोत्रं करिष्ये

The devotee need to sit on the ground covered with yellow cloth and dealing with the east course though worshipping Goddess Baglamukhi. While in the puja vidhi, an idol or impression of Goddess Baglamukhi need to be there before the devotee.

देवी पीताम्बरा का नाम तीनों लोक में प्रसिद्ध है, पीताम्बरा शब्द भी दो शब्दों से बना है, पहला ‘पीत‘ तथा दूसरा ‘अम्बरा‘, जिसका अभिप्राय हैं पीले रंग का अम्बर धारण करने वाली। देवी को पीला रंग अत्यंत प्रिय है। देवी पीले रंग के वस्त्र इत्यादि धारण करती है, पीले फूलों की माला धारण करती है। पीले रंग से देवी का घनिष्ठ सम्बन्ध हैं। पञ्च तत्वों द्वारा संपूर्ण ब्रह्माण्ड का निर्माण हुआ हैं, जिनमें से पृथ्वी तत्व का सम्बन्ध पीले रंग से हैं। बगलामुखी या पीताम्बरा देवी साक्षात ब्रह्म-अस्त्र विद्या हैं, जिसका तोड़ तीनों लोक में किसी के द्वारा संभव नहीं हैं। सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की शक्ति का समावेश देवी बगलामुखी में हैं।

She is often known as Bagala for brief and because the “goddess who paralyzes enemies.” In later tantric yoga, Bagalamukhi is related to the apply of pranayama.

The headgear made use of to manage a horse is known as a bridle. As a result read more Bagalamukhi usually means the Goddess who may have the facility to control and paralyze the enemies. Due to her capturing and paralyzing powers She is also called Devi of Stambhana.

जिह्वाग्रमादाय करेण देवीं वामेन शत्रून्परिपीडयन्तीम् ।

‘Ga’, the next letter, usually means ‘She Who grants all kinds of divine powers or siddhis and successes to human beings’. ‘La’, the third letter, indicates ‘She Who's the inspiration of all types of sustaining powers on the earth such as earth and is particularly Consciousness Herself’.

On Tantric Shastra, Baglamukhi Mata is described as a goddess with a golden skin tone wearing a yellow sari around the throne in the midst of a totally blossom yellow lotus ocean.

साधना घर के एकान्त कमरे में, देवी मन्दिर में, पर्वत शिखर पर, शिवालय में या गुरु के समीप बैठकर की जानी चाहिए। अत: गुरु से आज्ञा प्राप्त कर उनके बताए हुए रास्ते से ही साधना सम्पन्न करनी चाहिए।

सौवर्णासनसंस्थितां त्रिनयनां पीतांशुकोल्लासिनीं हेमाभाङ्गरुचिं शशाङ्कमुकुटां सच्चम्पकस्रग्युताम् ।

ॐ ह्लीं ॐ ह्लीं ॐ ह्लीं श्री बगलामुखी महादेव्यै ॐ ह्र्लीं ॐ ह्र्लीं ॐ ह्र्लीं स्वाहा ॐ ह्लीं श्रीबगलामुखी मम सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा ॐ ह्लीं पीतांबरायै ह्लीं ह्लीं ब्रह्मास्त्रस्वरूपिण्यै क्लीं ह्लीं शत्रुविनशिन्यै ऐं ह्लीं वेदेश्वर्यै ठं ह्लीं स्तंभनशक्ति देवतायै ह्र्लीं ह्लीं आदिलक्ष्म्यै ह्लीं ह्लीं श्री बगलामुखी महादेव्यै ह्र्लीं ह्र्लीं फट् स्वाहा

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